बिहार में चैती छठ को लेकर नगर निगम और मेयर के द्वारा लगभग 20 घाटों की सफाई की गई प्रकाश की व्यवस्था की गई. इसके साथ ही चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की गई. सभी घाटों पर पर्याप्त रूप में जल की व्यवस्था की गई. तथा श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसका भी पूरा ख्याल रखा गया.
चैती छठ को लेकर लगभग 20 घाटों पर विशेष ध्यान दिया गया. सभी घाटों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण करने के बाद घाटों की साफ सफाई की गई. रास्ते को साफ किया गया. इसके साथ ही रात्रि के लिए और सुबह के समय के लिए लाइट की व्यवस्था की गई. छठ वृत्तियों के लिए विशेष रूप से कुंड की व्यवस्था की गई. ताकि वह किसी प्रकार की परेशानी में ना आए.

आपको बता दें मेयर ने कहा चैती छठ महापर्व को लेकर नगर निगम द्वारा 20 से ज्यादा घाटों पर विशेष तरह का इंतजाम किया गया. जहां पर पानी नहीं थी वहां पर पानी की भी व्यवस्था की गई. प्रकाश की रोशनी की व्यवस्था की गई. घाटों पर चेंजिंग रूम की व्यवस्था की गई. मेयर ने खुद ही जाकर जांच पड़ताल की इसके बाद सारी व्यवस्था की गई.
आपको बता दे चैती छठ को लेकर विशेष तरह का कंट्रोल रूम भी बनाया गया है. जिससे किसी भी प्रकार के लोगों को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े. आपको बता दे गर्मी की वजह से कई घाटों में पानी नहीं थी. पानी का स्तर काफी नीचे चला गया था. इसके बाद जेसीबी के मदद से वहां और गड्ढा खुदवाया गया और पानी की व्यवस्था की गई. जहां पर नाले बहते थे वहां पर पुल बनाया गया. इस वर्ष बिहार के नगर निगम द्वारा चैती छठ पर विशेष ध्यान दिया गया है.
आप सबको बता दें चैती छठ 1 अप्रैल 2025 से शुरू हुई पहला दिन नहाए खाए होता है. जिसमें वर्ती गंगा स्नान कर प्रसाद ग्रहण करती है. 2 अप्रैल को खारना होता है. इसके बाद 3 अप्रैल को डूबते हुए सूर्य को जल देना होता है. 4 अप्रैल को उगते हुए सूरज को जल देने के बाद चैती छठ पूर्ण रूप से समाप्त हो जाता है.
