जमशेदपुर में नया खबर सामने आया है, पूर्वी सिंहभूम जिला के डुमरिया और आसपास 12 गांव के ग्रामीण उपायुक्त कार्यालय पहुंचे, और ग्राम प्रधान के मनमानी के खिलाफ प्रदर्शन किया गया, ग्रामीणों के अनुसार जानकारी मिली है कि ग्राम प्रधान ने 118 परिवार का सामाजिक और अन्य सभी सुविधाओं से वंचित कर बहिष्कार कर दिया है,
संथाल परिगाना का कहना है कि हमें न्याय चाहिए अन्यथा हम धर्म परिवर्तन करने पर मजबूर हो जाएंगे, ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें नया ग्राम प्रधान चाहिए और अपने से ग्राम प्रधान चुने का अधिकार चाहिए और ग्रामीण में बताया है की छोटी-छोटी चीजों के लिए उनका बहिष्कार किया जा रहा है ऐसे में जीना उनका मुश्किल है, ग्रामीण में से तुकाराम मंडी जिनका कहना है कि ग्राम प्रधान किसी भी बात को लेकर नाराज हो जाते हैं और उन्हें सामाजिक बहिष्कार कर देते हैं,
ग्रामीणों को अंतिम संस्कार में भी लोगों को बुलाना, मुश्किल हो गया है क्योंकि जिन लोगों को गांव से बहिष्कृत, कर दिया गया उनसे बात करना उनसे मिलना जुलना भी उनको अच्छा नहीं लगता, धार्मिक कार्यों में उन लोगों का वहां उपस्थित भी रोक दिया गया है, ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी योजना वाले कागजों पर ग्राम प्रधान साइन करने से मना कर देते हैं, जिसे ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, ग्रामीणों को नया ग्राम प्रधान चाहिए जिससे उन्हें न्याय मिल सके अगर हमें न्याय नहीं मिलता है तो सभी 118 संथाल परिवार धर्म परिवर्तन को मजबूर होंगे, दुख की बात यह है कि पूर्वी सिंहभूम जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल की छुट्टी पर होने के कारण ग्रामीणों की उनसे मुलाकात ना हो पाई ग्रामीणों ने अपना मांग पत्रकार जमा कर दिया है !
